Sunday, 29 December 2019

सदान समाज कर चिंतन बैठक

#सदान_समाज_कर_चिंतन_बैठक
झारखंड।
सदान समाज कर चिन्तन बैठक में सदान मनक हित अस्तित्व भाषा संस्कृति कर रक्षा करेक सदान मनमें जागरूकता एकता आउर सदान मनके संगठित करेक कर निर्णाय करल गेलक, सदान समाज कर शहीद महापुरूष ठाकुर विश्वनाथ शाहदेव, शहीद बख्तर साय, शहीद मुंडल सिंह मनक वीरगाथा के झारखंड कर पाठ्यक्रम में पढ़ाएक। आगे जइसन सदान मनक इतिहास सदानी भाषा सदानी संस्कृति के महाविद्यालय मन में पढ़ाएक, सदान मनक मातृभाषा कर साथ छेड़छाड़ राजनीतिकरण के बंद करेक कर निर्णाय लेजल गेल।
सदान मनक मातृभाषा कर नांव सदानी हय,,, छोटानागपुर राईज में सदान महाराजा जमींदार मन आपन राईज काल में आपन शासन समय में छोटानागपुर में आपन मातृभाषा के राइज भाषा बनाए रहयं आउर काम काज ले सदर मनमें आपन मातृभाषा के सदर भाषा बनाए रहयं आउर सदान मनक मातृभाषा सदर भाषा होवेक कर करण ही सदरी (सादरी) इ वजह से नांवकरण पड़लक, सदान भाषा कर नांव नागपुरी आपन राईज छोटानागपुर कर नांव कर आधार पर सदान भाषाविद्वान आउर बुद्धिजीवी मन रखलयं, ओहे ले सदान मनके नागपुरी समाज भी बोलैना !
#सदान मनक आपन भाषा संस्कृति आहे आउर आदिवासी मनक आपन भाषा संस्कृति आहे।
लेकिन असम बंगाल में आदिवासी संगठन वाला मन सदान मनक भाषा संस्कृति के आदिवासी मनकर बताए के झूठा आउर गलत प्रचार प्रसार करैना, आउर एहे ऊ कारण आहे कि असम बंगाल कर तराई-डुवार्स में बहुसंख्यक सदान मन होई के भी सदान मनक कोई पहिचान नखे।
असम बंगाल में रहेक वाला हमार सदान भाई बहीन मनसे आग्रह हय विनती हय कि राउरे मन आपन हित अस्तित्व भाषा संस्कृति ले सचेत रहू जागरूक रहू जानकार रहू संगठित रहू !
असम बंगाल में जे लखे सदान मनक साथ सदान मनक भाषा संस्कृति कर साथ आदिवासी संगठन वाला मन खुलेआम मनमानी आउर घटिया किस्म कर राजनीति खेल लइग हयं उके देखते हुए सदान मनके एकजुट होई के विरोध करेक चाही, लेकिन आदिवासी संगठन वाला मन जानैना की सदान मन में जागरूकता जानकारी सचेत आउर एकजुटता बिल्कुल नखे आउर न ही असम बंगाल में रहेक वाला सदान मनक कोई सदान संगठन आहे...!
आदिवासी संगठन वाला वाला मन सदान मनक मातृभाषा सदानी के आदिवासी मनक भाषा बताए के साफ झूठा आउर गलत प्रचार प्रसार करैना असम बंगाल में आउर तो आउर सदान मनके भी झूठमूठ कर आदिवासी बतैना ताकि सदान मनक अस्तित्व पहिचान वजूद के मिटाएक परबयं...👿👿👿 सदान मनक साथ सदान मनक भाषा संस्कृति अस्तित्व धरोहर कर साथ बहुत बड़े राजनीति खेल खेलल जा थे... लेकिन हमार सदान मन निश्चिंत आहयं बेफिकर आहयं, का ले कि सदान मन में जागरूकता कर बहुत ज्यादा अभाव आहे।
कोई दोसर कर भाषा संस्कृति अस्तित्व धरोहर कर साथ छेड़छाड़ राजनीति कइर के देखाओक तो... लेकिन असम बंगाल में सदान मनक आधिकार धरोहर भाषा संस्कृति कर आदिवासी संगठन वाला मन खुलेआम नंगा घटिया किस्म कर राजनीति खेल खेलो थयं। लेकिन रोकेक वाला केऊ एक भी सदान मन नखयं...शर्म आवेक चाही असम बंगाल कर सदान मनके।

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